3 मार्च को मनाया जा रहा है विश्व श्रवण दिवस, जानें एआईआईएसएच संस्थान के बारे में...

3 मार्च को मनाया जा रहा है विश्व श्रवण दिवस, जानें एआईआईएसएच संस्थान के बारे में...

सेहतराग टीम

एआईआईएसएच तीन मार्च को विश्व श्रवण दिवस मना रहा है। उसका उद्देश्य श्रवण स्वास्थ्य पर ध्यान देने वाले संस्थानों में जागरुकता लाना है। यही नहीं श्रवण नुकसान से पहले ही उसकी पहचान कराना और उसका सही इलाज करवाना भी इसका मुख्य उद्देश्य है। वहीं ऐसे कदम के लिए नागरिकों को भी कुछ सहायता करनी चाहिए। क्योंकि जब नागरिक साथ देंगे तभी इन समस्याओं से देश को आजादी मिल पाएगी। इसके लिए नागरिकों जन्म लेने वाले बच्चों के कानों की जांच करानी चाहिए। इसके अलावा सभी लोगों को तेज सुनने से बचना चाहिए। यही नहीं वरिष्ठ नागरिकों को श्रवण जांच के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इन सब के अलावा श्रवण स्वास्थ्य पर ध्यान देने वाले संस्थानों में जागरुकता फैलाने की जरुरत है।

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आपको बता दे कि अखिल भारतीय वाक और श्रवण संस्थान को भारत सरकार द्वारा पुरी तरह से विश्व पोषित वर्ष 1965 में स्थापित किया गया था। यह एनएसीए और आइएसओ मान्यता प्राप्त के साथ एशिया उपमहाद्विप में एक अद्वितिय संस्थान है, जिसमें इसके 11 विभाग है और एक अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय है। इसके साथ ही वहां सूचना केंद्र भी है। वहीं इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो लोग जानकार है वह लोगों को सिख दे और लोगों को जागरुक करें।

यह संस्थान कई कारणों की जांच करता है और अन्य-अन्य लोगों का परिक्षण भी करता है, जैसे बच्चों में श्रवण की कमी, कानों में ध्वनी बजना, ध्वनी संबंधी समस्याएं, हकलाना, पढ़ने-लिखने की समस्याएं आदि समस्याओं की जांच करता है। इन सब के अलावा एआईआईएसएच कई तरह के कोर्स भी करवाता है, जिससे युवाओं में इस संस्थान से जूड़ने की इच्छा उत्पन्न होती है।

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